Author: Ankit Sharma

  • Work From Home Job For Women : महिलाएं वर्क फ्रॉम होम जॉब से कमाएंगी 25000 रुपए महीना पहले दिन से होगी कमाई

    Work From Home Job For Women : महिलाएं वर्क फ्रॉम होम जॉब से कमाएंगी 25000 रुपए महीना पहले दिन से होगी कमाई

    Work From Home Job For Women : आजकल महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम जॉब बहुत ही सुविधाजनक साबित हो रहा है। लेकिन बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं, जिनको वर्क फ्रॉम होम जॉब के बारे में जानकारी नहीं है। परंतु आज हम आपको वर्क फ्रॉम होम जॉब के बारे में बताने वाले हैं, जिससे कि महिलाएं घर बैठे-बैठे 20,000 रुपए से लेकर 25,000 रुपए महीने का कमा सकती हैं। इसके लिए महिलाओं को कहीं भी बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि वह घर से ही ऑनलाइन काम कर सकती हैं। यह काम उन सभी महिलाओं के लिए बहुत ही लाभकारी है, जो कि घर से बाहर नहीं निकलना चाहती हैं।

    महिलाएं आनलाइन कंटेंट राइटिंग शुरू कर सकती हैं?

    आज के समय में कंटेंट राइटिंग से संबंधित बहुत सी जॉब मार्केट में उपलब्ध हैं, जो की अलग-अलग तरह की कंटेंट राइटिंग से संबंधित हैं। इस कार्य को महिलाएं घर पर बैठे-बैठे शुरू कर सकती हैं, इसके लिए बहुत से प्लेटफार्म भी उपलब्ध हैं। इन प्लेटफार्म के माध्यम से क्लाइंट को आसानी से ढूंढ सकते हैं। जिनके लिए महिलाएं स्क्रिप्ट, डायलॉग एवं ब्लॉग आर्टिकल जैसे बहुत से कंटेंट राइटिंग संबंधित काम कर सकती हैं। इसके द्वारा महिलाएं दिन का 300 से 500 रूपए आसानी से कमा सकती हैं, जो की महीने का लगभग 12,000 से ₹15000 बनेगा।

    घर बैठे Voice Over Artist की नौकरी करें?

    महिलाओं के लिए Voice ओवर आर्टिस्ट की नौकरी करना भी बहुत ही आसान है, क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जिनको बॉयज ओवर आर्टिस्ट की जरूरत होती है जो की महिलाओं की वॉइस में वीडियो को डब करते हैं। इस काम को करके भी महिलाएं रुपए कमाना शुरू कर सकती हैं, साथ ही आपको बता दे कि इस काम के लिए कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं है बल्कि महिलाएं घर बैठे-बैठे Video Voice Over कर सकती हैं। इसके लिए महिलाएं प्रत्येक वीडियो के लिए 700 से ₹1000 आसानी से चार्ज कर सकती हैं।

    घर बैठे वीडियो एडिटिंग से महिलाएं रूपए कमा सकती हैं?

    वर्तमान समय में मार्केट में बहुत से वीडियो कंटेंट से संबंधित प्लेटफार्म आ गए हैं, जिन पर वीडियो कंटेंट चलता है। इन वीडियो कंटेंट की एडिटिंग के लिए एडिटर की आवश्यकता होती है, इसलिए महिलाएं घर बैठकर एडिटिंग सीख सकती हैं और एडिटिंग का काम करके रुपए कमाना शुरू कर सकती हैं। इसी के साथ आपको बता दें की वीडियो एडिटिंग की फील्ड में बहुत अच्छा रुपए है, इसके लिए महिलाएं अपनी स्किल के आधार पर वीडियो एडिटिंग का रुपए चार्ज कर सकती हैं। हालांकि इसके माध्यम से महीने का लगभग 20,000 से ₹25000 कमाया जा सकता है।

    सोशल मीडिया पेज को हैंडल करके रुपए कमाएं?

    आज के समय में सोशल मीडिया पेज को हैंडल करने से संबंधित वर्क फ्रॉम होम जॉब निकली है, इसके लिए भी महिलाएं बिल्कुल सही हैं जो कि इस काम को कर सकती हैं। दरअसल इसके लिए महिलाओं को सोशल मीडिया से संबंधित जानकारी होनी चाहिए और वह सोशल मीडिया एक्सपर्ट होनी चाहिए, जिससे कि वह किसी भी प्रोफाइल को आसानी से हैंडल कर सकें। इस आनलाइन काम के लिए वह महीने का लगभग 15,000 से ₹20000 चार्ज कर सकती हैं।

  • Women Work From Home : महिलाओं के पास घर पर काम करके 15000 रुपए तक कमाने का मौका

    Women Work From Home : महिलाओं के पास घर पर काम करके 15000 रुपए तक कमाने का मौका

    Women Work From Home Scheme : भारत के कई राज्यों में महिलाओं के लिए सोलर आटा चक्की योजना चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए फ्री में आटा चक्की दे रही है, जो कि सोलर पावर के माध्यम से चलती है। दरअसल सरकार के द्वारा इस योजना को इसलिए शुरू किया गया है, जिससे कि महिलाएं व्यवसाय से जुड़कर रोजाना आमदनी कर सकें। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम हो सकेंगी और उन्हें धनराशि कमाने के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

    महिला वर्क फ्रॉम होम योजना शुरू करने का लक्ष्य 

    देश भर में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं, जो की घर बैठे-बैठे रुपए कमाने के लिए व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं। लेकिन वह अपने आप को आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण रोक लेती हैं। परंतु इसी लक्ष्य की पूर्ति के लिए सरकार के द्वारा महिलाओं के लिए सोलर आटा चक्की योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत सरकार महिलाओं के घरों पर आटा चक्की का सोलर प्लांट लगाती है, जो की पूरी तरह से निशुल्क है। इससे महिलाएं घर पर ही आटा पीसकर रुपए कमाना शुरू कर सकती हैं, जिससे प्रतिदिन लाभार्थी महिलाएं लगभग 400 से ₹500 कमाने में समर्थ हो जाती हैं।

    महिला वर्क फ्रॉम होम सोलर आटा चक्की हेतु पात्रता क्या है?

    महिलाओं को घर पर काम करने के लिए सरकार के द्वारा निशुल्क सोलर आटा चक्की योजना का लाभ दिया जा रहा है, इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए महिला की आयु सीमा 18 से 40 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। इसी के साथ महिला उम्मीदवार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित होनी चाहिए, तो उसे प्राथमिकता के तौर पर योजना का लाभ प्रदान किया जाता है।

    महिलाएं वर्क फ्रॉम होम सोलर आटा चक्की से कितना कमा सकती हैं?

    महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम काम करने के लिए सोलर आटा चक्की योजना बहुत ही लाभकारी है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं घर पर आटा पीसकर दिन का लगभग 400 से 500 रुपए एवं महीने का लगभग 15,000 रुपए कमा सकती हैं। इसीलिए महिलाओं के लिए रोजाना काम करके रूपए कमाने का सुनहरा अवसर है, जोकि सरकार के द्वारा महिलाओं को निशुल्क दिया जा है।

    महिला वर्क फ्रॉम होम सोलर आटा चक्की के लिए आवेदन कहां करें?

    महिला सोलर आटा चक्की योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को राज्य की सोलर पावर से संबंधित आफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। इस वेबसाइट के होम पेज पर आपको बहुत से अलग-अलग प्रकार के सोलर पावर से संबंधित प्रोडक्ट मिलेंगे, जिसमें से आपको सोलर आटा चक्की से संबंधित विकल्प पर क्लिक करके प्रक्रिया को आगे बढ़ाना है। इसके पश्चात आवेदन फार्म में संबंधित जानकारी दर्ज करके फार्म को फाइनल सबमिट कर देना है। जिससे कि महिला का वर्क फ्रॉम होम संबंधित सोलर आटा चक्की हेतु सफलतापूर्वक आवेदन हो जाएगा।

  • Grahani Work From Home : सरकार की इस योजना लाभ से महिलाएं कमा सकती हैं 45000 रूपए प्रतिमाह

    Grahani Work From Home : सरकार की इस योजना लाभ से महिलाएं कमा सकती हैं 45000 रूपए प्रतिमाह

    Grahani Work From Home : अब महिलाओं के लिए घर पर काम करना बहुत ही आसान हो गया है, क्योंकि सरकार के द्वारा महिलाओं को घर पर स्वयं का उद्गम शुरू करने के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है‌। जिससे कि महिलाएं व्यवसाय से संबंधित मशीनों को खरीद कर अपने व्यवसाय को शुरू कर सकती हैं। इसमें सरकार महिलाओं को सब्सिडी का लाभ प्रदान कर रही है, जिससे कि महिलाओं को मशीन खरीदने में आर्थिक रूप से समस्या ना हो। दरअसल इस योजना के अंतर्गत महिलाएं लिफाफे,पत्तल, गिलास एवं दोना बनाने से संबंधित मशीनों को खरीद सकती हैं एवं अन्य बहुत सी प्रकार की मशीनों को भी योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है।

    महिला वर्क फ्रॉम होम काम के लिए उद्यम शुरू करें 

    आज के समय सरकार के द्वारा स्वरोजगार को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे कि रोजगार को बढ़ावा मिले। इसके लिए सरकार के द्वारा प्राथमिकता के तौर पर महिलाओं को योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है, जिससे कि महिलाएं स्वरोजगार की ओर आकर्षित हो और वह स्वयं के कार्य को शुरू कर सकें। इस क्रम में सरकार के द्वारा महिलाओं के लिए उद्यम शुरू करने से संबंधित मशीनरी खरीदने पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जिससे कि महिलाएं अपने कार्य को शुरू कर सकें। 

    महिलाओं को कितना सब्सिडी लाभ मिलेगा ?

    केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा महिलाओं को दोना, गिलास, पत्तल एवं चप्पल बनाने से संबंधित व्यवसायों को शुरू करने के लिए मशीनरी पर लगभग 40 से 60% तक सब्सिडी प्रदान की जा रही है। जिससे कि महिलाओं को बहुत ही कम कीमत पर मशीनों का लाभ प्रदान किया जा रहा है, इससे महिलाएं अपनी व्यवसाय को आसानी से शुरू कर सकती हैं।

    महिला वर्क फ्रॉम होम से कितना कमाएंगी?

    सरकार के द्वारा उद्गम योजना के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार की ओर प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिससे महिलाएं अपना स्वयं का व्यवसाय घर बैठे-बैठे शुरू कर सकती हैं। इसके लिए महिलाओं को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि वह अपने प्रोडक्ट को ऑनलाइन सेल कर सकेंगी। इसीलिए महिलाएं दोना, गिलास, पत्तल, चप्पल जैसे व्यवसायों के माध्यम से प्रतिदिन 1000 से ₹1500 कमा सकती हैं, जो की महीने का लगभग 45,000 रुपए के आसपास होता है।

    महिला वर्क फ्रॉम होम सब्सिडी योजना का लाभ कैसे मिलेगा?

    इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए महिला उम्मीदवार को राज्य सरकार की व्यवसायिक सब्सिडी मशीनरी संबंधित आफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। इस वेबसाइट पर महिला को मशीन का चयन करके अप्लाई करना होगा, इस आवेदन प्रक्रिया में उम्मीदवार को आवेदन फार्म में पूंछी गई समस्त जानकारी दर्ज करनी है एवं फाइनल सबमिट करके टोकन प्राप्त कर लेना है। जिसके कुछ दिन पश्चात महिला को मशीन मिल जाएगी, जिस पर सब्सिडी लाभ मिलेगा।

  • CTET July Notification 2025 : सीटेट जुलाई का नोटिफिकेशन जारी, ऐसे डाउनलोड करें तुरंत

    CTET July Notification 2025 : सीटेट जुलाई का नोटिफिकेशन जारी, ऐसे डाउनलोड करें तुरंत

    CTET July Notification 2025 : सीबीएसई बोर्ड के द्वारा केंद्रीय शिक्षक पात्रता भर्ती से संबंधित परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिससे संबंधित सीटेट जुलाई 2025 का नोटिफिकेशन जल्द ही जारी होने वाला है। दरअसल सीबीएसई बोर्ड के द्वारा प्रत्येक वर्ष सीटेट की परीक्षा दो बार देश भर में आयोजित की जाती है, जिसके माध्यम से अभ्यार्थी नवोदय, केंद्रीय विद्यालय एवं अन्य शिक्षक भर्ती के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं। यह भर्ती केंद्र सरकार से संबंधित है, इसके अंतर्गत प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा होती है।

    सीटेट जुलाई 2025 का नोटिफिकेशन कब जारी होगा?

    सीबीएसई बोर्ड के द्वारा जल्द ही सीटेट 2025 का नोटिफिकेशन जारी किया जाने वाला है, जिसके पश्चात इच्छुक उम्मीदवार सीटेट के अंतर्गत शिक्षक पात्रता भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस नोटिफिकेशन को सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया जाएगा, इस लिए उम्मीदवार सीबीएसई की वेबसाइट को समय-समय पर विजिट करते रहें। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीएसई के द्वारा सीटेट जुलाई 2025 का नोटिफिकेशन जुलाई के अंतिम सप्ताह तक जारी कर दिया जाएगा।

    सीटेट जुलाई 2025 हेतु क्या पात्रता चाहिए?

    सीटेट के अंतर्गत केंद्रीय शिक्षक भर्ती पात्रता हेतु दो पेपर कराए जाते हैं, इसमें से एक पेपर कक्षा 1 से लेकर 5वीं तक के लिए एवं दूसरा पेपर कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के लिए होता है। इसीलिए उम्मीदवार अपनी शैक्षिक योग्यता के आधार पर सीटेट में आवेदन कर सकते हैं।

    कक्षा 1 से 5वीं तक के लिए : सीटेट से संबंधित पहले पेपर में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार ने 12वीं की परीक्षा कम से कम 55% अंको से पास की होनी चाहिए। इसी के साथ उम्मीदवार ने बी.एल.एड का कोर्स किया होना चाहिए।

    कक्षा 6 से 8वीं तक के लिए : सीटेट के दूसरे पेपर के लिए उम्मीदवार ने स्नातक के साथ-साथ b.ed का कोर्स किया होना चाहिए। इसी के साथ बीएलएड का कोर्स करने वाले भी इसके अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।

    सीटेट से संबंधित विस्तार से पात्रता जाने के लिए उम्मीदवार सीबीएसई की वेबसाइट पर जारी किए गए नोटिफिकेशन के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

    सीटेट जुलाई 2025 संबंधित आनलाइन आवेदन शुल्क कितना है?

    सीटेट जुलाई 2025 से संबंधित जनरल /ईडब्ल्यूएस /ओबीसी कैंडिडेट के लिए प्रथम पेपर हेतु आवेदन शुल्क 1,000 रुपए एवं दोनों पेपर के लिए यह शुल्क ₹1200 है। इसी के साथ एससी/एसटी एवं अन्य वर्गों के लिए एक पेपर का शुल्क 500 एवं दोनों पेपर का शुल्क ₹600 है।

    सीटेट जुलाई 2025 की नोटिफिकेशन कैसे डाउनलोड करें?

    केंद्रीय शिक्षक पात्रता पेपर से संबंधित नोटिफिकेशन सीबीएसई बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इस नोटिफिकेशन को उम्मीदवार सीबीएसई बोर्ड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। जिसमें इस पेपर भर्ती से संबंधित समस्त जानकारी प्रस्तुत की गई है।

  • PM Fasal Bima Yojana : किसानों को फसल नुकसान होने पर मिलेगा मुआवजा, 24 से 72 घंटे में होगी जांच

    PM Fasal Bima Yojana : किसानों को फसल नुकसान होने पर मिलेगा मुआवजा, 24 से 72 घंटे में होगी जांच

    PM Fasal Bima Yojana : केंद्र सरकार के द्वारा किसानों की फसल नुक़सान होने पर पीएम फसल बीमा योजना का लाभ देने के लिए योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के द्वारा सरकार किसानों के लिए फसल संबंधित बीमा पालिसी चलाती है, जिससे कि यदि किसानों की फसल किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हो जाती है तो केन्द्र सरकार के द्वारा फसल का मुआवजा मुहैया कराया जाता है। इसीलिए केंद्र सरकार की पीएम फसल बीमा योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी है। इस योजना के लाभ से किसानों को फसल संबंधित किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है, बल्कि किसान प्राकृतिक आपदाओं से भी फसल का लाभ प्राप्त कर लेते हैं।

    पीएम फसल बीमा योजना का लाभ क्या है ?

    दरअसल देश भर प्रत्येक वर्ष बहुत से किसानों की प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल खराब हो जाती है। जिसके कारण किसानों को बहुत बड़ी गंभीर समस्याओं से गुजरना पड़ता है, जिसके कारण कभी-कभी किसान आत्महत्या भी कर लेते हैं। इसी समस्या के समाधान के लिए सरकार बाढ़, सूखा, आंधी तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान होने वाली फसलों का मुआवजा प्रदान करती है। जिससे कि किसानों को कठिन समय में किसी भी प्रकार का अनुचित कदम ना उठाना पड़े, इसके लिए सरकार किसानों को पीएम फसल बीमा योजना से अवगत कराती है जिससे किसान इस योजना के माध्यम से अपनी फसल का बीमा कराके लाभ प्राप्त कर सकें।

    फसल बीमा योजना संबंधित लाभ कैसे मिलेगा?

    जिन किसानों ने फसल बीमा योजना के माध्यम से अपनी फसल का बीमा कराया है। उन किसानों की बाढ़, आंधी, तूफान, सूखा या बिजली संबंधित किसी भी प्राकृतिक आपदा से फसल नुकसान हो जाती है तो उन किसानों को फसल नुकसान होने के पश्चात 24 से 72 घंटे के अंतर्गत सरकार को अवगत करा देना है कि उनकी फसल प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हुई है। इसके पश्चात सरकार के कृषि विभाग से संबंधित बीमा योजना अधिकारी फसल की पुष्टि करेंगे, जिसके आधार पर नुकसान हुई फसल की मुआवजा राशि किसान को प्रदान कराई जाएगी।

    फसल बीमा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज 

    फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अपनी फसल का बीमा करना होगा, जिसके लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है –

    • आधार कार्ड 
    • पैन कार्ड 
    • बैंक अकाउंट 
    • खतौनी 
    • फसल ब्यौरा एवं फोटो 
    • किसान‌ की फोटो 

    फसल बीमा योजना के लिए कैसे अप्लाई करें?

    भारत सरकार के द्वारा संचालित फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को नीचे दी गई प्रक्रिया के माध्यम से अप्लाई करना होगा –

    • किसानों को फसल बीमा योजना के लिए सर्वप्रथम फसल बीमा योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
    • इस वेबसाइट के होम पेज पर ही बीमा पॉलिसी से संबंधित आवेदन का विकल्प मिलेगा, जिस पर क्लिक कर देना है।
    • जिससे की फसल बीमा से संबंधित फार्म खुल जाएगा, इसमें किसान उम्मीदवार को फसल से संबंधित मांगी गई समस्त जानकारी दर्ज करनी है।
    • इसी के साथ आवश्यक दस्तावेजों को भी ऑनलाइन अपलोड करना होगा। 
    • इसके पश्चात फसल बीमा से संबंधित शुल्क जमा करके बीमा पॉलिसी को खरीद लें।
  • Teacher Old Pension Update Good News : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पेंशन बहाली पर की सुनवाई बड़ा फैसला

    Teacher Old Pension Update Good News : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पेंशन बहाली पर की सुनवाई बड़ा फैसला

    Teacher Old Pension Update Good News : यूपी में शिक्षामित्र से शिक्षक बने शिक्षकों के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की तरफ से एक अहम फैसला आया है, जो कि उनके पक्ष में है। दरअसल शिक्षकों को इस मामले पर फैसले का लंबे समय से इंतजार है, लेकिन अब इलाहाबाद हाई कोर्ट के द्वारा इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए आदेश दिया गया है। दरअसल बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा शिक्षकों की पेंशन से संबंधित निर्णय लेना है, जिसके आधार पर शिक्षकों को पेंशन दी जाएगी और उनकी पेंशन में बहाली होगी। लेकिन इस पर बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा लंबे समय से कोई भी निर्णय नहीं लिया जा रहा है, इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 4 सितंबर 2025 तक का समय दिया है। इस समय के पश्चात यदि विभाग के द्वारा कोई भी निर्णय नहीं दिया जाता है, तो विभाग सचिव को कोर्ट में पेश होना होगा।

    पुरानी पेंशन बहाली का मामला क्या है?

    दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा वर्ष 2000 के अंतर्गत शिक्षामित्र भर्ती शुरू की गई थी। जिसके अंतर्गत लगभग 2 लाख शिक्षा मित्र चयनित किए गए थे। इनमें से कुछ शिक्षामित्र को सरकार के द्वारा 2005 में सीधी भर्ती के माध्यम से सहायक अध्यापक बना दिया गया। यह सभी शिक्षक जो की प्राथमिक शिक्षक की श्रेणी में आ गए थे, इनको पुरानी पेंशन का लाभ मिलना चाहिए। क्योंकि यह उसके दायरे में आते हैं। लेकिन अभी तक इनको पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है, इसीलिए इन शिक्षकों के द्वारा हाईकोर्ट में अपील दी गई थी। जिससे संबंधित इलाहाबाद हाईकोर्ट के द्वारा फैसला जारी किया गया है।

    अपील करने वाले शिक्षकों की मांग क्या है?

    वर्ष 2005 से पहले शिक्षक पद पर चयनित होने वाले शिक्षकों की मांग पेंशन बहाली से संबंधित है। दरअसल यह सभी शिक्षक चाहते हैं कि उनकी पेंशन में बहाली की जाए। इसके लिए सबसे पहले शिक्षकों के द्वारा सरकार से अपील की गई थी, लेकिन सरकार के द्वारा इस पर कोई भी निर्णय नहीं दिया गया। इसके पश्चात शिक्षकों के द्वारा हाई कोर्ट में याचिका दर्ज की गई, जिस पर भी कोर्ट के द्वारा लंबे समय से कोई भी फैसला नहीं सुनाया गया। इसके पश्चात हाल ही में अवमानना याचिका को दाखिल किया गया है, इसके पश्चात इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले पर रुचि दिखाते हुए अपना फैसला सुनाया है।

    इलाहाबाद हाईकोर्ट ने क्या फैसला दिया?

    इलाहाबाद हाई कोर्ट के द्वारा अवमानना याचिका दर्ज करने के पश्चात मामले पर सुनवाई की गई है। दरअसल इलाहाबाद हाई कोर्ट के द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग को 3 महीने का समय दिया गया है। जिसके अंतर्गत शिक्षक पेंशन बहाली से संबंधित निर्णय देना है। यदि इसमें विलंब किया गया तो 4 सितंबर 2025 के पश्चात बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव को कोर्ट में पेशी देनी होगी। इसलिए इलाहाबाद हाई कोर्ट का यह फैसला शिक्षकों के लिए बहुत ही सकारात्मक है, जिससे कि उनकी याचिका पर जल्द से जल्द निर्णय सुना दिया जाएगा।

  • UP School Holiday Update : यूपी के इन जिलों में सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में महीने भर की छूट्टी

    UP School Holiday Update : यूपी के इन जिलों में सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में महीने भर की छूट्टी

    UP School Holiday Update : उत्तर प्रदेश के अंतर्गत सावन का महीना शुरू होते ही कावड़ यात्रा निकलनी शुरू हो गई है, जिसके चलते यूपी सरकार ने यूपी के कई जिलों के स्कूलों में छुट्टी का ऐलान कर दिया है। जिससे की कांवड़ यात्रियों के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को अच्छा बनाया जा सके। दरअसल इस समय स्कूल एवं कॉलेज की छुट्टी होने के कारण बच्चों का निकलना मुश्किल हो जाता है, साथ ही ट्रॉफिक भी बहुत होने लगता है, जिसको संभालना मुश्किल होता है। इसीलिए सरकार के द्वारा बहुत से जिलों के अंतर्गत छुट्टी का ऐलान कर दिया है, जोकि बच्चों के लिए एक बड़ी खबर है।

    यूपी के स्कूलों में क्यों हुई छुट्टी?

    दरअसल उत्तर प्रदेश के अंतर्गत सावन के महीने में कावड़ यात्रा निकालते हैं, जिससे कि शहरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। साथ ही इस मौके पर साधारण तौर जाम लगने लगती है, इसको कम करने के लिए सरकार के द्वारा स्कूल एवं कॉलेजों को बंद किया गया है। जिससे कि यातायात ट्रैफिक व्यवस्था को कम किया जा सके और कावंड यात्रियों को सुविधा प्रदान की जा सके। जिससे कांवड़ यात्री अपनी यात्रा आसानी से पूर्ण कर सकें। इसीलिए सरकार के द्वारा कुछ जिलों के अंतर्गत सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट स्कूल एवं कॉलेज को भी बंद करने के सख्त आदेश किए गए हैं।

    यूपी के किन जिलों में होगी छुट्टी?

    उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा ट्रैफिक संबंधित व्यवस्था सुरक्षित बनाने के लिए यूपी के अंतर्गत सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल तथा कॉलेजों को 16 जुलाई से लेकर 23 जुलाई 2025 तक बंद करने का आदेश दिया गया है। इसी के साथ मुजफ्फरनगर के अंतर्गत भी डीएम उमेश मिश्रा जी के द्वारा सरकारी एवं निजी स्कूलों को 16 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके अलावा गाजियाबाद में 17 जुलाई से लेकर 23 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे। वहीं हरिद्वार से गोला आने वाले कावड़ियों के लिए बरेली के अंतर्गत दिल्ली बदायूं रोड पर 5 किलोमीटर के अंतर्गत सभी स्कूलों सावन के प्रत्येक सोमवार बंद करने का आदेश दिया गया है। उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं में भी प्राथमिक विद्यालय जो की एक से लेकर आठवीं तक शिक्षा प्रदान करते हैं, सावन के प्रत्येक शनिवार एवं सोमवार बंद रहेंगे।

    कांवड़ यात्रियों को मिलेगी ट्राफिक व्यवस्था से राहत

    सरकार के द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था से संबंधित संपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे कि कांवड़ यात्रियों को सुविधा प्राप्त हो सके। इसीलिए सरकार के द्वारा स्कूल एवं कॉलेज बंद करने से संबंधित निर्णय लिया गया है। इससे काफी हद तक ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सकेगा। और कावड़ यात्रियों की कांवड़ यात्रा सफल हो सकेगी।

  • UP Primary School Big News : प्राइमरी स्कूल बंद होने से संबंधित सख्त निर्देश हुए जारी, तुरंत जानें

    UP Primary School Big News : प्राइमरी स्कूल बंद होने से संबंधित सख्त निर्देश हुए जारी, तुरंत जानें

    UP Primary School Big News : उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा कम बच्चे वाले स्कूलों को बंद किया जा रहा है और उन स्कूलों को आसपास के अधिक बच्चों वाले स्कूलों से जोड़ा जा रहा है। इससे संबंधित उत्तर प्रदेश के अंतर्गत बहुत से प्राइमरी स्कूल बंद हो रहे हैं। इसी के साथ उत्तर प्रदेश के लोगों के द्वारा इसका विरोध भी किया जा रहा है। परंतु मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी के द्वारा इसको बच्चों की भलाई और अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए सही बताते हुए सख्त निर्देश दिए गए हैं। जिससे कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द नियमों के अनुसार पूर्ण किया जा सके।

    कौन से प्राइमरी स्कूलों बंद हो रहे हैं?

    मुख्यमंत्री के द्वारा हाल ही में बेसिक शिक्षा विभाग से संबंधित की गई बैठक के अंतर्गत ऐसे स्कूलों को चयनित किया गया था, जिनके अंतर्गत 40 से कम बच्चे हैं उन स्कूलों को बंद किया जाना था। परंतु अब इसकी संख्या बढ़ाते हुए 50 कर दी गई है। इसीलिए अब जिन स्कूलों के अंतर्गत 50 से कम बच्चे हैं, उन स्कूलों पर ताला लगने वाला है।

    बंद होने वाले स्कूलों के बच्चे कहां पढ़ेंगे?

    दरअसल जो स्कूल बंद हो रहे हैं, उनको आसपास के स्कूलों से जोड़ा जा रहा है। जिनके अंतर्गत 50 से अधिक बच्चे हैं। इसके माध्यम से सरकार बच्चों को एक स्थान पर सभी सुविधाओं का लाभ प्रदान कर सकेगी। इसी के साथ अधिक गुणवत्ता वाली शिक्षा भी प्रदान करने में सहायक होगी। इसीलिए सरकार के द्वारा स्कूलों को जोड़ा जा रहा है और शिक्षा व्यवस्था को सुगम एवं गुणवत्ता वाली बनाने का प्रयास किया जा रहा है, यह बेसिक शिक्षा विभाग का कहना है।

    यूपी मुख्यमंत्री के शिक्षा विभाग से संबंधित सख्त निर्देश 

    दरअसल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा शिक्षा विभाग से संबंधित सख्त निर्देश दिए गए हैं, जिनका जल्द से जल्द पालन किया जाएगा। 

    • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द से जल्द रिक्त शिक्षक संबंधित पदों की जानकारी बेसिक शिक्षा विभाग को दें।
    • शिक्षक रिक्त पदों का अनुमान छात्र शिक्षक अनुपात के आधार पर लगाया जाएगा।
    • स्कूल चलो अभियान पर मुख्यमंत्री द्वारा जोर देते हुए यह कहा गया है कि 6 से 14 वर्ष के लगभग सभी विद्यार्थी स्कूल में शिक्षा प्राप्त करें।
    • स्कूल के प्रधानाध्यापक को सुनिश्चित करना है, कि स्कूल के अंतर्गत सभी विद्यार्थी रोजाना स्कूल आकर शिक्षा प्राप्त करें।
    • सरकारी स्कूल के अंतर्गत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सरकार की ओर से जूता-मोजा, ड्रेस, बस्ता एवं अन्य स्टेशनरी के लिए ₹1200 की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
    • स्कूल के अंतर्गत सभी फर्नीचर बिल्कुल सही होना चाहिए एवं स्वास्थ्य संबंधित शौचालय साफ-सुथरे होने चाहिए।
    • सरकार के द्वारा जिन स्कूलों को खाली कराया गया है उन स्कूलों के अंतर्गत बाल वाटिका स्कूलों का आयोजन होगा। जिसके अंतर्गत 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष के बच्चों को आंगनवाड़ी के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाएगी।
  • UP Roadways Conductor Mela : उत्तर प्रदेश के बरेली, वाराणसी, अयोध्या, अलीगढ़ एवं गाजियाबाद में महिलाओं के लिए नौकरी मेला

    UP Roadways Conductor Mela : उत्तर प्रदेश के बरेली, वाराणसी, अयोध्या, अलीगढ़ एवं गाजियाबाद में महिलाओं के लिए नौकरी मेला

    UP Roadways Conductor Mela : उत्तर प्रदेश के अंतर्गत इस समय बस कंडक्टर भर्ती से संबंधित रोजगार मेले का आयोजन यूपी के अलग-अलग जिलों में किया जा रहा है, जिसमें महिला बस कंडक्टरों की नियुक्ति हो रही है। आज 18 जुलाई 2025 को बरेली के पुराना बस स्टैंड पर रोडवेज बस कंडक्टर मेले का आयोजन होने वाला है। इसी के साथ-साथ अयोध्या, वाराणसी गाजियाबाद एवं अलीगढ़ में भी आज ही रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। इसलिए जो भी इच्छुक महिलाएं हैं, वह यूपी रोडवेज बस कंडक्टर के लिए रोजगार मेले में शामिल हो सकती हैं।

    आज इन जगहों पर लगेगा रोडवेज बस कंडक्टर मेला 

    उत्तर प्रदेश के अंतर्गत महिला उम्मीदवारों की इस समय बस कंडक्टर पद पर नौकरी तेजी से लग रही है। इसके लिए राज्य के जिलों के अंतर्गत रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें महिलाओं को नौकरी दी जा रही है, इसीलिए आज 18 जुलाई 2025 को गाजियाबाद, अलीगढ़, अयोध्या वाराणसी एवं बरेली के अंतर्गत रोजगार मेले का आयोजन किया गया है। जिससे महिलाओं को बस कंडक्टर पद पर नौकरी प्राप्त होगी।

    महिला कंडक्टर के लिए पात्रता क्या है?

    आज बरेली पुराना बस अड्डा के अंतर्गत रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसके अंतर्गत महिला कंडक्टर पद पर नौकरी पाने के लिए महिला 10वीं एवं 12वीं पास होनी चाहिए। इसी के साथ इस पद पर नौकरी के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 एवं अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित की गई है। इसीलिए जो महिलाएं इन पात्रताओं को पूर्ण करती हैं, वह रोजगार मेले के माध्यम से बस कंडक्टर पद पर नौकरी प्राप्त कर सकती हैं।

    महिला कंडक्टर को कितना वेतन मिलेगा?

    रोजगार मेले के माध्यम से महिला कंडक्टर पद पर चयनित होने वाली महिलाओं को सरकार की ओर से लगभग 12,000 से लेकर 15,000 रुपए प्रतिमाह का वेतन दिया जाएगा। इसी के साथ अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी, जो की किलोमीटर के आधार पर सुनिश्चित होगी। इसलिए इस नौकरी के माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से समर्थ हो सकेंगी।

  • MP Primary Teacher Bharti युवाओं में खुशी की लहर, 10150 पदों पर होगी नियुक्ति

    MP Primary Teacher Bharti युवाओं में खुशी की लहर, 10150 पदों पर होगी नियुक्ति

    MP Primary Teacher Bharti : मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती से संबंधित नोटिस जारी कर दिया गया है इसीलिए मध्य प्रदेश के शिक्षित युवाओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, जिससे कि वह शिक्षक पद पर नौकरी प्राप्त कर सकेंगे। एमपी शिक्षक भर्ती नोटिस में दी गई जानकारी के अनुसार यह भर्ती लगभग 10,150 पदों पर कराई जाएगी। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 18 जुलाई 2025 से शुरू की जाने वाली है। इसलिए जो भी इच्छुक उम्मीदवार हैं वह जल्द से जल्द इस भर्ती के अंतर्गत आवेदन करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

    एमपी प्राथमिक शिक्षक भर्ती कितने पदों पर होगी?

    मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती कराने से संबंधित नोटिस जारी किया है, जिसके मुताबिक यह भर्ती लगभग 10,150 पदों पर कराई जाएगी। इसकी पुष्टि करते हुए मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा सूचना जारी की गई है, हालांकि अभी तक इस भर्ती से संबंधित ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। परंतु जल्द ही ऑफिशियल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। इस भर्ती से संबंधित आवेदन प्रक्रिया को ऑफिशियल वेबसाइट पर 18 जुलाई 2025 से शुरू किया जाना है एवं इसकी अंतिम तिथि 1 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है।

    एमपी प्राथमिक शिक्षक भर्ती में कौन अप्लाई कर सकता है?

    मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित की जाने वाली प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत आवेदन करने के लिए उम्मीदवार ने एमपी टेट 2020 या 2024 के अंतर्गत उत्तीर्ण किया होना चाहिए। इसके अलावा शिक्षा संबंधित डीएलएड, बीएलएड या एलिमेंट्री एजुकेशन जैसे कोर्स किए होने चाहिए। इससे संबंधित शैक्षणिक पात्रता की जानकारी विस्तार से नोटिफिकेशन के अंतर्गत दी गई है।

    एमपी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन शुल्क 

    एमपी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत आवेदन करने के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों हेतु आवेदन फीस लगभग 500 रुपए निर्धारित की गई है। वहीं अन्य सभी वर्गों के लिए आवेदन शुल्क लगभग 250 रुपए है। इस आवेदन शुल्क का भुगतान यूपीआई, ऑनलाइन एवं नेट बैंकिंग जैसे किसी भी विकल्प से कर सकते हैं।

    एमपी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत आवेदन कैसे करें?

    मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। इस वेबसाइट के होम पेज पर प्राइमरी टीचर सिलेक्शन टेस्ट 2025 भर्ती से संबंधित लिंक मिलेगा, जिस पर क्लिक कर देना है। जिससे संबंधित आवेदन फार्म हो जाएगा। इस आवेदन फार्म में मांगी गई समस्त जानकारी ध्यानपूर्वक दर्ज करनी है। इसी के साथ आवश्यक दस्तावेजों को भी उम्मीदवार द्वारा ऑनलाइन अपलोड करना होगा। इस संपूर्ण प्रक्रिया के पश्चात ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा करके आवेदन फार्म को फाइनल सबमिट कर देना है।